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27 रुपये में BSNL दे रहा है अनलिमिटेड कॉल और 1 जीबी डेटा

भारत संचार निगम लिमिटेड ने डेटा और वॉयस के लिए एक बेहद सस्ता प्लान लॉन्च किया है. पैक की कीमत 27 रुपये है. प्लान को एंट्री लेवल रिचार्ज के तौर पर उतारा गया है जहां ये जियो, एयरटेल और वोडाफोन को टक्कर दे रहा है. इस प्लान में यूजर्स को 1 जीबी डेटा और अनलिमिटेड वॉयस कॉल की सुविधा दी जा रही है. प्लान की वैधता 7 दिनों के लिए है.

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प्लान में अनलिमिटेड वॉयस कॉल के साथ 300 एसएमएस की भी सुविधा दी जा रही है. वहीं यूजर्स को अनलिमिटेड कॉल की सुविधा बिना किसी एफयूपी के साथ मिल रही है. बीएसएनएल के इस प्लान को लेकर जियो के पास भी 52 रुपये का प्लान है जो 1.05 जीबी डेटा देता है. प्लान में यूजर्स को वॉयस कॉल, 70 एसएमएस की सुविधा मिलती है. जिसकी वैधता 7 दिनों के लिए है. वहीं जियो के पास 49 रुपये का भी प्लान है जो 1 जीबी 4 जीबी डेटा और 50 एमएमएस की सुविधा देता है.

एयरटेल की अगर बात करें तो कंपनी के पास 47 रुपये का एक प्लान है जो 150 मिनट लोकल, एसटीडी और नेशनल रोमिंग के साथ 50 लोकल+ एसटीडी मैसेज की सुविधा देता है. प्लान में 500MB 3जी/4जी डेटा दिया गया है. वोडाफोन की अगर बात करें तो वोडाफोन 47 रुपये में 7500 सेकेंड्स जो 125 मिनट लोकल एसटीडी कॉल की सुविधा है. प्लान में 50 लोकल और नेशनल एसएमएस की भी सुविधा मिलती है. तो वहीं 28 दिनों के लिए 500MB 3जी/4जी डेटा.

डिजिटल इंडिया से इसलिए भाग रहीं कंपनियां, एक्‍सपर्ट ने बताई वजह

बुनियादी ढांचे की कमी के कारण भारतीय कंपनियां डिजिटलीकरण को अपनाने में पीछे हैं. विशेषज्ञों ने यह राय व्यक्त की है. यह स्थिति तब है जबकि ज्यादातर प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण और समाधान भारत में विकसित किए जा रहे हैं. एसपी जैन स्कूल आफ ग्लोबल मैनेजमेंट में लॉजिस्टिक्स एवं आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन के प्रोफेसर और ग्लोबल एमबीए के प्रमुख डॉ राजीव असेरकर ने कहा, ‘‘लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भारत में प्रौद्योगिकी लैब स्थापित की हैं. यह कुछ ऐसी स्थिति है कि प्रौद्योगिकी समाधान का विकास भारत में हो रहा है जबकि इनका इस्तेमाल दुनिया में अन्य देशों के लोग कर रहे हैं.’’ 
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वैश्विक प्रबंधन सलाहकार कंपनी एक्सेंचर के प्रबंध निदेशक साइरिल वित्जास ने कहा कि भारत बदलाव लाने वाली प्रौद्योगिकियों के प्रबंधन को लेकर बेहतर स्थिति में है. भारत के पास युवा प्रतिभाएं हैं जो नवोन्मेषण और स्टार्ट अप्स के जरिये नए विचारों को आगे बढ़ा रही हैं. एक्सेंचर स्ट्रैटिजी का बेंगलुरु में विशिष्टता केंद्र है.
विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादातर नवोन्मेषण और समाधान भारत में बनी प्रयोगशालाओं से आ रहे हैं. ऐसे में भारतीय कंपनियां डिजिटल प्रौद्योगिकी को तेजी से कम लागत में अपनाने को लेकर लाभ की स्थिति में हैं. असेरकर कहते हैं कि अभी तक भारतीय कंपनियां ढांचे की कमी की वजह से डिजिटलीकरण को अपनाने में पीछे हैं.

पीएम मोदी का यह सपना पूरा करने के लिए जापानी सीख रहे भारतीय, एमडी तक अटेंड करते हैं क्‍लास

पीएम नरेंद्र मोदी की महत्‍वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के सपने को पूरा करने लगे इंजीनियरों को नए अनुभव से गुजरना पड़ रहा है. ये इंजीनियर नेशनल हाई स्‍पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के हैं. उन्‍हें ही भारत में बुलेट ट्रेन दौड़ाने की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है. इसके लिए उन्‍हें जापानी इंजीनियरों के साथ काम करने का सौभाग्‍य प्राप्‍त हुआ है. काम जल्‍दी और अच्‍छा सीखने के लिए वे जापानी सीख रहे हैं. इसीलिए आज आप कैसे हैं? और गुड मॉर्निंग भी जापानी में करते हैं-ओ जेनकी देसु का? ओ हाय यो गो मासू? भारत में 2022 तक बुलेट ट्रेन चलाने का लक्ष्य है.
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शाम को काम खत्‍म करने के बाद होती है क्‍लास
हफ्ते में हर दूसरे दिन शाम को जापानी सीखने की क्‍लास लगती है. इसमें मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना से जुड़े इंजीनियर एकसाथ बैठते हैं और किताब से दुनिया की नवीं सबसे ज्‍यादा बोली जाने वाली भाषा जापानी सीखते हैं. हालांकि जापानी सीखना उतना आसान नहीं है लेकिन इंजीनियरों इस भाषा को सीखने को लेकर काफी उत्‍साहित हैं. हेडक्‍वार्टर में यह भाषा सीखने वालों में कंपनी के एमडी से लेकर ऑफिस स्‍टाफ तक शामिल हैं. जो लोग अहमदाबाद, सूरत, वड़ोदरा और मुंबई में हैं वे वीडियो लिंक से संपर्क साधते हैं. सख्‍ती इतनी है कि किसी को भी क्‍लास बंक करने की इजाजत नहीं है.
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जापान की ऑफिशियल टेक्‍स्‍ट बुक से सीख रहे भाषा
जो किताबें पढ़ाई जा रही हैं उनमें मारूगोटो मुख्‍य पुस्‍तक है. इसमें जापानी भाषा और संस्‍कृति के बारे में बताया गया है. यह किताब जापान फाउंडेशन ने तैयार की है और इसमें जापानी भाषा की गुणवत्‍ता का पूरा ध्‍यान रखा गया है. इस कोर्स बुक में ज्‍यादा जोर जापानी बोलने और उसे समझने के साथ-साथ संस्‍कृति के प्रति सम्‍मान प्रकट करने पर है. इंडियन एक्‍सप्रेस ने अधिकारियों के हवाले से कहा कि भारत में सिर्फ हाई-स्‍पीड ट्रेन का हार्डवेयर सिस्‍टम नहीं लाया जा रहा बल्कि जिस देश में यह ट्रेन सबसे ज्‍यादा चलती है वहां की संस्‍कृति की समझ भी विकसित कराई जा रही है. सभी को भाषा सीखनी ही सीखनी है, फेल होने का कोई चांस नहीं है. जो नहीं सीख पाएगा वह ट्रेनिंग लेने के लिए जापान जाने के अवसर से चूक जाएगा.
अक्‍तूबर में जापान जाएंगे भारतीय इंजीनियर
एनएचएसआरसीएल के एमडी अचल खरे ने बताया कि इस भाषा को सीखने के दो स्‍तर हैं-लेवल 1 और लेवल 2. लेवल 2 थोड़ा कठिन है. हमसे आपस में बातचीत भी जापानी में करने की ताकीद की गई है. भारतीय इंजीनियरों को इस साल अक्‍तूबर से बारी-बारी से जापान ट्रेनिंग लेने के लिए भेजा जाएगा. बुलेट ट्रेन परियोजना से करीब 3000 भारतीय इंजीनियर व टेक्निशियन जुड़ेंगे, जिन पर ट्रेन दौड़ाने से लेकर उसके रखरखाव की जिम्‍मेदारी होगी.

रिलायंस जियो अपने यूजर्स के लिए लाया है धमाकेदार ऑफर, मिलेगा फ्री डेटा

रिलायंस जियो अपने सब्सक्राइबर्स के लिए एक बार फिर एक धमाकेदार ऑफर लेकर आया है. इस ऑफर में जियो सब्सक्राइबर्स को रोज 2 जीबी 4G डेटा मिलेगा. ये डेटा कंपनी ग्राहकों को फ्री में दे रही है इसके लिए किसी भी तरह का अलग रिचार्ज कराने की जरुरत नहीं होगी बल्कि आपके मौजूदा डेटा प्लान के साथ ही ये 2 जीबी डेटा एडिशनल दिया जाएगा. अगर आपके पास जियो का कोई भी डेटा प्लान है तो आपको भी इस ऑफर का फायदा मिलेगा.


वैसे माई जियो ऐप के मुताबिक ये ऑफर 30 जुलाई तक ही वैलिड है और ये कुछ खास जियो सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है. ये ऑफर सिर्फ उन लोगों के लिए है जो कि पहले से ही जियो के प्रीपेड कस्टमर हों, साथ ही साथ उनके जियो नंबर पर रिचार्ज पैक पहले से ही एक्टिवेटेड हो. ऑफर एक्टिवेट करने के बाद सब्सक्राइबर्स अपने किसी भी प्लान के साथ हर रोज पाएंगे.

हालांकि जियो ने कुछ दिनों पहले 'मानसून हंगामा' एक्सचेंज का ऐलान किया है. इस ऑफर में कोई भी फीचर फोन यूजर अपने पुराने फीचर फोन को बदल कर नया जियो फोन पा सकता है, इसके लिए उसे महज 501 रुपये का भुगतान करना होगा. इस ऑफर का लाभ नजदीकी रिलायंस के रिटेल स्टोर से पाया जा सकता है. आपको बता दें कि जियो फोन को साल 2017 में कंपनी ने उतारा था ये दुनिया का सबसे ज्यादा बिक्री करने वाला फीचर फोन है.

Whatsapp हो जाएगा और 'धांसू', Facebook ला रहा है एकदम नया फीचर

व्‍हाट्स ऐप पर गलत सूचनाएं और फर्जी खबरों को बढ़ावा देने को लेकर गहन जांच का सामना कर रही फेसबुक ने कहा है कि अपने इंस्टैंट मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफार्मके 20 करोड़ यूजर्स के लिए पीयर-टू-पीयर भुगतान फीचर को शुरू करने के लिए सरकार की हरी झंडी का इंतजार कर रही है. साल 2018 की दूसरी तिमाही के नतीजों को जारी करते हुए कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने विश्लेषकों को बताया कि कंपनी भारत में कुछ समय से वाट्स एप पर भुगतान फीचर का परीक्षण कर रही है. 
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जकरबर्ग ने कहा, 'यह लोगों को एक-दूसरे को पैसे भेजने और अधिक वित्तीय समावेशन में योगदान देने का एक आसान तरीका प्रदान करता है. इसे शानदार प्रतिक्रिया मिली है. सभी संकेत यह प्रदर्शित करते हैं कि सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद बड़े पैमाने पर यूजर्स इसका प्रयोग करेंगे.' इस साल की शुरुआत में वाट्स एप ने अपने भुगतान फीचर का बीटा वर्सन करीब 10 लाख यूजर्स के लिए जारी किया था. भारत में बीटा वर्सन का परीक्षण करनेवाले यूजर्स का कहना है कि वाट्स एप के इंटरफेस में सपोर्ट करनेवाले बैंकों की लंबी सूची है और वाट्स एप के सेटिंग मेनू में भुगतान फीचर दिखता है.
फेसबुक ने कहा कि समूचे प्रौद्योगिकी उद्योग को साथ आना चाहिए तथा लोगों के डाटा की सुरक्षा करनी चाहिए. फेसबुक के उत्पाद प्रबंधन के निदेशक डेविड बासेर के मुताबिक, अलग-अलग कंपनियों के बारे में करीब रोज ही ऐसी खबरें आती हैं कि लोगों की डाटा उनके यहां से गलत हाथों में चली गई है. 
बासेर ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "भले ही हम गोपनीयता सुरक्षा को लेकर कदम उठा रहे हैं, लेकिन इससे मकसद पूरा नहीं होगा, क्योंकि कंपनियां एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं और हमारी प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को वापस मोड़ा नहीं जा सकता है. उन्होंने कहा, 'इसलिए हमें डाटा पोर्टेबिलिटी को वास्तविकता बनाने के लिए मानकों और सर्वोत्तम प्रथाओं पर एक-साथ काम करने की जरूरत है, साथ ही लोगों की गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता बनाने की जरूरत है.' फेसबुक, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वे ओपन सोर्स की पहल, जिसे डेटा ट्रांसफर परियोजना (डीटीपी) नाम दिया गया है, उसमें शामिल हो रहे हैं.

क्या सरकार सच में पढ़ रही है आपका Whatsapp मैसेज, यह है सच्चाई

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पिछले कुछ दिनों से दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मैसेज एप WhatsApp पर मैसेज वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि व्हाट्सएप ने एक नया फीचर जारी किया है और इस नए फीचर से पता चलेगा कि सरकार और पुलिस आपके मैसेज पढ़ रही है या नहीं। मैसेज में कहा जा रहा है कि सरकार आपके सभी मैसेज पढ़ रही है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार और पुलिस आपके मैसेज को वाकई पढ़ रही है? आइए जानते हैं।

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मैसेज में क्या है
मैसेज में बताया गया है कि व्हाट्सएप मैसेज के आगे अगर एक टिक है तो मैसेज भेजा जा चुका है। दो टिक है तो मैसेज पहुंच गया है। दो ब्लू टिक के साथ सादा टिक है तो आपके मैसेज को सरकार ने पढ़ लिया है।
चार ब्लू टिक है तो सरकार ने आपका मैसेज पढ़ा है और आपके मैसेज में कोई दिक्कत नहीं है। दो ब्लू टिक के साथ एक लाल टिक है तो इसका मतलब यह है कि सरकार आपका मैसेज पढ़ लिया है लेकिन आपका मैसेज गलत है और जल्द ही आपको पुलिस गिरफ्तार करने वाली है। अगली स्लाइड में जानें मैसेज की सच्चाई क्या है।

Whatsapp Third Blue Tick

व्हाट्सएप  पर तेजी से वायरल हो रहे इस मैसेज पर फैक्ट चेकर वेबसाइट बूम लाइव ने इसे फर्जी बताया है और वैसे भी अगर आप व्हाट्सएप इस्तेमाल करते हैं तो आपको पता है कि इतने सारे ब्लू टिक या विकल्प नहीं मिलते हैं। तो अगर आपको भी ऐसे मिले हैं तो उसे डिलीट कर दीजिए और आगे फॉरवर्ड करने से बचें।

सैमसंग से पहले ये कंपनी मार सकती है बाजी, जल्द फोल्डेबल स्मार्टफोन देगा बाजार में दस्तक

फोल्डेबल स्मार्टफोन के लॉन्च की खबरें टेक की दुनिया में लंबे वक्त से छाई हुई हैं पर अब ये हकीकत में बदलने वाला है. दरअसल, खबरों के मुताबिक चाइनीज फोन कंपनी हुवाई फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च कर रही है. फोन की कीमत क्या होगी इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है. सैमसंग के भी ऐसे स्मार्टफोन लाने की चर्चा पिछले दो साल से चल रही है और अब ऐसी खबर है कि हुआवे सैमसंग से पहले फोल्डेबल स्मार्टफोन उतार सकती है.

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खबरों के मुताबिक चाइनीज फोन कंपनी हुवाई ने इस आधुनिक फोन को बनाने के लिए ओएलइडी डिस्प्ले बनाने वाली कंपनी बीओई (दुनिया की बड़ी टीवी पैनल बनाने वाली कंपनी) से करार भी कर लिया है. शुरुआत में कंपनी सैमसंग से पहले फोन लॉन्च करने के लिए कम यूनिट का प्रोडक्शन करेगी. अनुमान के मुताबिक फोल्डेबल फोन की पहली खेप 20- 30 हजार के आसपास हो सकती है. रिपोर्ट में फोन के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई है.


हुवाई के फोल्डेबल फोन के बाजार में 2019 के शुरुआती महीने में आने की उम्मीद है. कंपनी सैमसंग से पहले फोन लॉन्च करने के लिए यह रिस्क भी उठाने के लिए तैयार है. ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि हुआवे के फोन की डिस्प्ले क्वालिटी सैमसंग से खराब भी हो सकती है. फोन की कीमत क्या होगी इस बारे में अभी कुछ स्पष्ट नहीं है, पर खबरों के मुताबिक कंपनी इस प्रोजेक्ट को लाभ कमाने के नजरिए से नहीं देख रही है. इससे पहले हुवाई ने इसी साल के शुरुआत में LG कंपनी से फोल्डबल हैंडसेट बनाने के लिए समझौता किया था.

सैमसंग कंपनी के भी फोल्डेबल स्मार्टफोन बनाने की खबरें पिछले दो साल से चल रही हैं. पर अभी तक इसके लॉन्च होने की तय तारीख का ऐलान नहीं हुआ है. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक सैमसंग अगले साल यह फोन लॉन्च कर सकती है. अभी तक दुनिया में किसी भी कंपनी ने फोल्डेबल स्मार्टफोन नहीं उतारे हैं. साल भर पहले ZTE कंपनी ने पहली बार फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च किया था, इस फोन में दो डिस्प्ले था और दोनों के बीच एक जोड़ था. सैमसंग और हुवाई के आने वाले फोल्डेबल फोन एक स्क्रीन होगी और उनके बीच कोई जोड़ नहीं होगा.

999 रुपए में साल भर के लिए मिलती है अमेजन की प्राइम मेम्बरशिप, मुफ्त में कैसे पा सकते हैं आप

ऑनलाइन मार्केट में अमेजन के प्राइम डे सेल की धूम मची हुई है। यह सेल सिर्फ प्राइम मेम्बर्स के लिए ही है। अमेजन प्राइम मेम्बर्स इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थकेयर, शूज जैसे प्रोडक्ट्स पर बेहतरीन डील्स और डिस्काउंट का लाभ उठा रहे हैं। साल भर के लिए अमेजन की प्राइम मेम्बरशिप 999 रुपए में, जबकि महीने भर के लिए 129 रुपए में मिलती है, लेकिन यहां पर हम बता रहे हैं कि मुफ्त में कैसे अमेजन प्राइम मेम्बरशिप लेकर इस मौके का फायदा उठाया जा सकता है।
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-वोडाफोन के पोस्टपेड यूजर्स रेड प्लान के तहत आने वाले 399, 499, 999, 1,299, 1,999 या 2,999 रुपए का मंथली प्लान सब्सक्राइब करके एक साल तक के लिए प्राइम मेम्बरशिप मुफ्त में पा सकते हैं। एयरटेल के यूजर्स भी 499, 649, 749 या 1,199 रुपए महीने के इनफिनिटी पोस्टपेड प्लान को तहत इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
इस तरह फ्री सब्सक्राइब कर सकते हैं वोडाफोनयूजर्स
1. सबसे पहले आपको वोडाफोन रेड के 399 रुपए महीना या उससे ज्यादा कीमत का प्लान लेना होगा।
2. इसके बाद आप Google Play Store या iOS के ऐप स्टोर से वोडाफोन प्ले ऐप डाउनलोड करें।
3. ऐप ओपन करने के बाद आपको अमेजन प्राइम फ्री में पाने के लिए एक प्रमोशन दिखाई देगा।
4. इस पर क्लिक करने के बाद आपको मोबाइल नम्बर दर्ज करने को कहा जाएगा।
5. इसके बाद आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा। इस ओटीपी को दर्ज करने के बाद आप आराम से प्राइम मेम्बरशिप के लिए साइन अप कर सकते हैं।
6. इसके अलावा 18-24 साल के वोडाफोन प्रीपेड यूजर्स आधी कीमत (499) पर अमेजन प्राइम का वार्षिक सब्सक्रिप्शन पा सकते हैं। इसके लिए यूजर्स को माय वोडाफोन एप के माध्यम से अमेजन पर साइन इन करना होगा और फिर वे 499 रुपए का भुगतान करके साल भर के लिए अमेजन प्राइम मेम्बरशिप ले सकते हैं।

एयरटेल यूजर्स ऐसे करें फ्री में सब्सक्राइब-
1. इस स्कीम का लाभ लेने के लिए यूजर्स को 499 रुपए महीना या इससे अधिक कीमत का इनफिनिटी पोस्टपेड प्लान लेना होगा।
2. इसके बाद यूजर्स को अपने स्मार्टफोन पर एयरटेल टीवी ऐप डाउनलोड करना होगा।
3. अब ऐप को ओपन करने के बाद अमेजन प्राइम डिजिटल कार्ड पर दिखने वाले 'Get Started' पर क्लिक करना होगा।
4. इसके अलावा आप एयरटेल टीवी ऐप के माय अकाउंट सेक्शन में जाकर 'Plans Available' पर क्लिक करके भी इस स्टेप में पहुंच सकते हैं।
5. अब आपको 'Activate Now' बटन पर क्लिक करना होगा।
6. अब अमेजन प्राइम का साइन इन / साइन अप पेज ओपन होगा। अब अगर आप पहले से अमेजन के यूजर्स हैं तो साइन इन कर लें या फिर नया अकाउंट बनाने के लिए यहां पर आप अपना एयरटेल मोबाइल नम्बर और पासवर्ड डाल कर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
7. अब आपको एक वेलकम नोट दिखाई देगा, जिसका मतलब है कि आपने सफलतापूर्वक अमेजन प्राइम को सब्सक्राइब कर लिया है।
8. इसके अलावा एयरटेल V-Fiber Broadband यूजर्स भी अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर एयरटेल टीवी ऐप डाउनलोड करके और ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करके फ्री में इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

नुकसान से बचने के लिए बरतनी होगी सावधानी : इन स्कीम्स के तहत यूजर्स को एक साल तक फ्री में अमेजन प्राइम का लाभ मिलेगा। इसके बाद उनको पूरा चार्ज देना होगा। समय से सर्विस बन्द नहीं करने पर इसका चार्ज अगले बिल साइकल में जुड़कर आ जाएगा। अगर यूजर्स ने पहले से प्राइम मेम्बरशिप ले रखी है तो इसका फायदा उनकी पुरानी मेम्बरशिप खत्म होने के बाद मिलेगा। यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर यूजर्स ने प्लान बंद कर दिया है तो उनकी अमेजन प्राइम मेम्बरशिप सस्पेंड हो जाएगी।
क्या है अमेजन प्राइम?
अमेजन प्राइम, ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा देने वाली अमेरिकी कंपनी अमेजन की एक पेड स्कीम है। भारत में इसका साल भर का सब्सक्रिप्शन चार्ज 999 रुपए और महीने का 129 रुपए है। इसका सब्सक्रिप्शन लेने के बाद यूजर्स प्राइम डे की सेल में भाग लेकर आकर्षक ऑफर्स का लाभ उठा पाएंगे। इसके अलावा प्राइम मेम्बर्स को अमेजन की तरफ से कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं। मेम्बर्स शॉपिंग करने पर फ्री में फास्ट डिलिवरी का ऑप्शन चुन सकेंगे और अमेजन प्राइम वीडियो पर फ्री में अनलिमिटेड स्ट्रीमिंग भी कर पाएंगे। इसके साथ ही यूजर्स प्राइम म्युजिक पर बिना विज्ञापन के हाई क्वालिटी के म्युजिक का भी आनन्द ले पाएंगे।

WhatsApp एंड्रॉयड के लिए लाया 'म्यूट बटन' और 'स्टीकर प्रीव्यू' जैसे जो नए फीचर

मैसेजिंग एप व्हाट्सएप के लिए दो नए फीचर मार्क एज़ रीड और सभी कॉन्टेक्ट के लिए 'म्यूट' बटन लेकर आया है. इन दोनों फीचर की मदद से एप की नोटिफिकेश से ही इसे मार्क एज़ रीड और म्यूट किया जा सकेगा. ये ऑप्शन यूजर्स को नोटिफिकेशन में तब नजर आएगा जब वे एक कॉन्टेक्ट से 51 से ज्यादा मैसेज रिसीव करेंगे. इस फीचर को व्हाट्सएप के एंड्रॉयड बीटा वर्जन पर रोलआउट करना शुरु कर दिया गया है.

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वहीं दूसरी ओर व्हाट्सएप पर एक और फीचर प्रीव्यू स्टीकर की टेस्टिंग की जा रही है. व्हाट्सएप पर स्टीकर लाने का ऐलान फेसबुक ने अपने डेवलपर कॉन्फ्रेंस F8 में किया था. इस स्टीकर के जरिए एप वी-चैट और स्काईप जैसे चैटिंग एप को कड़ी टक्कर देगा.

म्यूट बटन की बात करें तो ये यूजर को सुविधा देगा कि अगर कोई कॉन्टेक्ट ज्यादा मैसेज भेजता है तो उसे म्यूट किया जा सके. इसके लिए नंबर तय किया गया है अगर 51 से ज्यादा मैसेज किसी कॉन्टेक्ट की ओर से भेजा जा रहा है तो बिना एप को एक्सेस किए इसे म्यूट किया जा सकता है. नोटिफिकेशन पैनल में रिप्लाई टू के पास ही का ऑप्शन यूजर को मिलेगा. इसका फायदा ये है कि इसके लिए एप को खोलना नहीं पड़ेगा और आप नोटिफिकेशन बार से ही ये काम कर सकेंगे.

व्हाट्सएप से जुड़ी अपडेट देने वाले WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक ये नए फीचर व्हाट्सएप के एंड्रॉयड वर्जन 2.18.216 में दिए जा रहे हैं. एप का बीटा वर्जन अपडेट करके आप ये फीचरइस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन अगर आप बीटा टेस्टर नहीं है तो इसके औपचारिक ऐलान के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ा सकता है. म्यूट बटन हर बीटा यूजर के लिए उपलब्ध है लेकिन इसके साथ ही मार्क एज़ रेड बटन को अभी बीटा टेस्टर्स के लिए नहीं रिलीज किया गया है. मार्क एज़ रीड बटन की मदद से यूज़र नोटिफिकेशन पैनल से ही किसी भी मैसेज को रेड मार्क कर सकते हैं. जिन्हें वो बाद में पढ़ना चाहते हों. इसके लिए भी एप को खोलने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी.


इस म्यूट बटन और मार्क एज रीड के अलावा व्हाट्सएप नया स्टीकर प्रीव्यू लेकर आ रहा है. WABetaInfo की रिपोर्ट के मुताबिक ये अपडेट 2.18.218 वर्जन का हिस्सा होगा. व्हाट्सएप एप में स्टीकर स्टोर एक हरे रंग के '+' आइकन के साथ नजर आएगा, जिसपर एक बार टैप करके यूजर स्टीकर पैक अपडेट कर सकेंगे.

रोल्स रॉयस की फ्लाइंग टैक्सी, जानिए क्या है इसकी खूबियां और कब होगी लॉन्च

नई दिल्ली: जल्द ही आप अपने शहरों की सड़कों के ऊपर उड़ते दिखाई देंगे. यकीनन यह सच होने वाला है. क्योंकि, एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर कंपनी रोल्स रॉयस ने फ्लाइंग टैक्सी का कॉन्सेप्ट तैयार कर लिया है. कुछ समय बाद यह सपना हकीकत में बदलने वाला है और आप चंद मिनटों में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच सकेंगे. एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर और कार कंपनी रोल्स रॉयस फ्लाइंग टैक्सी (उड़ने वाली टैक्सी) बनाने वाली पहली कंपनी होगी. रोल्स रॉयस का दावा है कि उसका इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (EVTOL) कन्सेप्ट व्हीकल एक बार में पांच लोगों को बैठाकर सफर कराएगा. उड़ने वाली टैक्सी की रफ्तार 400 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी, जो एक बार चार्ज होने पर 800 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी. 
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पूरी तरह इलेक्ट्रिक नहीं होगी टैक्सी
अपने नाम (EVTOL) के मुताबिक, यह पूरी तरह से इलेक्ट्रिक नहीं होगी. इसमें एक गैस टरबाइन इंजन लगा होगा, जो विंग्स और टैक्सी के पिछले हिस्से में लगे 6 इलेक्ट्रिक मोटर्स को चालू करेगा. रोल्स का दावा है कि उसकी हाईब्रिड डिजाइन ज्यादा व्यवाहारिक है. क्योंकि रिचार्जिंग के मुकाबले रीफ्यूलिंग में कम समय लगता है. रोल्स के मुताबिक, उसका यह विमान मौजूदा एयरपोर्ट्स और हेलीपोर्ट्स का उपयोग करने में सक्षम होगा. यह भी एक विवेकपूर्ण निर्णय है, क्योंकि अभी तक सभी इलेक्ट्रिक विमान सिर्फ शुरुआती स्टेज पर हैं.
2020 से पहले होगी लॉन्च
रोल्स रॉयस के मुताबिक, उसकी फ्लाइंग टैक्सी को 2020 से पहले लॉन्च करने की तैयारी है. फ्लाइंग टैक्सी में 5 यात्र एक बार में सफर कर सकेंगे. कंपनी इसी हफ्ते हैम्पशायर में होने वाले एक एयर-शो में इसे पेश करेगी और इसका एक प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा. आपको बता दें, रोल्स रॉयस इससे पहले भी एयरक्राफ्ट, हेलीकॉप्टर और शिप के इंजन बना चुकी है. हालांकि, ज्यादातर लोग उसे कार कंपनी के तौर पर जानते हैं. लेकिन वह पूरी तरह से कार कंपनी नहीं है.
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90 डिग्री पर घूम जाते हैं विंग्स
रोल्स की फ्लाइंग टैक्सी में लगे विंग्स 90 डिग्री पर घूम सकते हैं. इससे वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग में मदद मिलती है. रोल्स के मुताबिक, ऊंचाई पर चढ़ने के दौरान, विंग्स पर लगे चार प्रोपेलर फोल्ड हो जाते हैं. इससे ड्रैग और केबिन नॉएज (शोर) कम होता है. EVTOL इस कॉन्फ़िग्रेशन में केवल बिजली के लिए अपने पीछे के दो प्रोपेलर पर निर्भर करता है. यह सब सैद्धांतिक है, क्योंकि ब्रिटेन के फार्नबोरो एयरशो में EVTOL के "अनावरण" के रूप में केवल डिजिटल प्रस्तुतिकरण शामिल थे.
क्या है फ्लाइंग टैक्सी की खासियत
  • फ्लाइंग टैक्सी को बार-बार चार्ज नहीं करना होगा.
  • टैक्सी में एम250 गैस टरबाइन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा.
  • टरबाइन टेक्नोलॉजी से 500 किलोवाट तक की ऊर्जा उत्पन्न होगी.
  • सीधा टेकऑफ और लैंडिंग के विंग 90 डिग्री तक घूम सकेंगे.
  • एक बार में 5 यात्री को बैठाकर सफर कराएगी टैक्सी.

दूसरी कंपनियां भी कर रही हैं काम
एयरबस और उबर जैसी कंपनियां भी फ्लाइंग टैक्सी कॉन्सेप्ट पर काम कर रही हैं. रोल्स रॉयस को उम्मीद है कि शहरों में इसका ज्यादा इस्तेमाल होगा. कंपनी का यकीन है कि बढ़ती जनसंख्या के बीच यह एक बेहतरीन ट्रांसपोर्टेशन मोड होगा. यह एक तरह की पर्सनल मोबिलिटी होगी. हालांकि, शहर की सड़कों के ऊपर घूमने की बात सुनकर अच्छा लगता है. लेकिन, यकीनन यह एक बड़ी चुनौती होगी

इफको ने शुरू किया 'आई मंडी एप', 5.5 करोड़ किसानों को होगा बड़ा फायदा

सहकारी क्षेत्र की विश्व की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक कंपनी इफको ने किसानों की सेवा के उद्देश्य से सोशल ई-कॉमर्स ऐप (इफको आई मंडी) तथा एक वेब पोर्टल शुरू करके डिजिटल क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है. इफको की सभी ई-कॉमर्स और डिजिटल गतिविधियां इफको आई मंडी प्लेटफार्म पर उपलब्ध रहेंगी. पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में एक पहल है. आई मंडी, इफको की शत-प्रतिशत साझेदारी वाली सहयोगी कंपनी इफको ई बाजार लिमिटेड द्वारा सिंगापुर की प्रौद्योगिकी कंपनी आई मंडी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर किया गया एक नीतिगत निवेश है.
IFFCO launches iMandi app to connect farmers
इस पहल का उद्देश्य देश के हर किसान तक डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ पहुंचाना तथा ग्रामीण भारत में डिजिटल क्रांति लाना है. इफको के प्रबंध निदेशक, डॉ. यूएस अवस्थी ने कहा कि पूरे भारत में किसानों के बीच ऑनलाइन और डिजिटल लेन-देन के प्रयोग को प्रचारित प्रसारित करने के पश्चात अभियान के बाद ‘इफको आई मंडी ऐप’ की शुरुआत करते हुए हमें गर्व है. आई मंडी कृषि आदानों, उत्पादों, उपभोक्ता वस्तुओं (एफ़एमसीजी),इलेक्ट्रॉनिक्स, ऋण तथा बीमा आदि की खरीद के लिए वस्तुएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराती है. यह खेतिहर समुदायों की सभी जरूरतों को पूरा करेगी तथा 5.5 करोड़ किसान इससे लाभान्वित होंगे.
आई मंडी प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक, वी के अग्रवाल ने कहा कि इफको और आई मंडी इस बात से आश्वस्त हैं कि इस भारतीय सहकारी डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से हर घर, हर गाँव में बड़े पैमाने पर सामाजिक बदलाव लाने में मदद मिलेगी. इसकी डिजिटल समावेशी प्रौद्योगिकी से एक करोड़ लोग सशक्त होंगे. इस परियोजना को व्यापक स्तर पर कार्यान्वित किया जाएगा. इफको के 55000 बिक्री केन्द्रों, 36000 सदस्य सहकारी समितियों, 30000 भंडार गृहों तथा 25 करोड़ ग्रामीण उपभोक्ताओं से जुड़कर आई मंडी ग्रामीण सोशल ई कॉमर्स क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी. लगभग 16000 पिन कोड के जरिए भारत का लगभग एक तिहाई हिस्सा इससे जुड़ेगा. एंड्रॉयड और आईओएस फोन पर क्रमशः प्ले स्टोर और एप स्टोर के जरिए आई मंडी एप को डाउनलोड किया जा सकता है.
www.iffcoimandi.in  के माध्यम से वेब से भी इससे जुड़ा जा सकता है. इसमें विभिन्न बिक्री केन्द्रों के माध्यम से लोगों की जरूरतें पूरा करने के अतिरिक्त किसानों को जोड़ने के लिए संवाद (चैट एवं कॉलिंग), मनोरंजन तथा सूचना/परामर्श आदि की सुविधा भी उपलब्ध है. इसकी सोशल और संवाद संबंधी सुविधा से विभिन्न क्षेत्रों के लोग एक ही प्लेटफार्म पर जुड़ सकेंगे. अपनी-अपनी रुचि के मुताबिक लोग अलग-अलग फोरम चुन सकते हैं. वे विषय के विशेषज्ञों से बात कर सकते हैं तथा विभिन्न समस्याओं पर उनसे सलाह ले सकते हैं. यही नहीं वे एक दूसरे से अपनी कामयाबी भी साझा कर सकते हैं.
बिक्री केंद्र से किसान इस समय उर्वरक (रासायनिक,जल विलेय, कार्बनिक,जैविक आदि), कृषि रसायन तथा बीज सहित इफको के सभी उत्पाद रियायती मूल्य पर खरीद सकते हैं. इसके अलावा बिना किसी अतिरिक्त भुगतान के इन्हें घर बैठे मंगा सकते हैं. किसान अपना लेन-देन मोबाइल ऐप, वेब पोर्टल अथवा कॉल सेंटर के जरिए टोल फ्री नंबर 1800 2000 344 पर कॉल करके, कर सकते हैं. वे चैट, ऑडियो और वीडियो कॉल तथा चित्र और वीडियो साझा करके अपने दोस्तों और परिवार के साथ संपर्क में रह सकते हैं. इसमें संचार की सुविधा एंड टु एंड इंक्रीप्टेड है तथा डाटा पूरी तरह निजी और सुरक्षित है.
प्रयोक्ता मनोरंजक वीडियो के साथ-साथ मौसम, मंडी मूल्य तथा दैनिक खबरों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त वे अपने पसंदीदा स्थानीय और राष्ट्रीय रेडियो स्टेशन के कार्यक्रम भी सुन सकते हैं. किसान निकट भविष्य में अपने उत्पाद अच्छी कीमतों पर ऑनलाइन बेच सकेंगे. आई मंडी के जरिए ऋण, बीमा जैसी अनेक वित्तीय सेवाओं की सुविधा भी मिलेंगी.
समय के साथ इस ऐप पर अनेक सामाजिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी. इसके जरिए ऑनलाइन शिक्षा और कौशल-विकास के साथ-साथ रोजगार पाने में भी मदद मिलेगी. इस ऐप के माध्यम से बुनियादी चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध करायी जाएंगी. आई मंडी ऐप की यह खासियत है कि यह 2जी प्लस और 3जी प्लस दोनों ही प्रकार की तकनीक वाले स्मार्ट फोन पर काम करता है. हिन्दी और अंग्रेजी के अतिरिक्त यह 10 क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगा. इसे ग्रामीण भारतीय उपभोक्ताओं को ध्यान में रखते हुए वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित किया गया है.

19 जुलाई के लॉन्च से पहले Vivo Nex स्मार्टफोन पर मिल रहा है बंपर डिस्काउंट

चीनी स्मार्टफोन ब्रैंड वीवो अपने अगले स्मार्टफोन वीवो नेक्स को लॉन्च करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. फोन का लॉन्च 19 जुलाई को होने वाला है. फोन एमेजन पर एक्सक्लूसिव होगा. लेकिन लॉन्च से पहले वीवो ने अपने इस स्मार्टफोन पर कई ऑफर्स को लेकर ऐलान किया है. वीवो नेक्स की कीमत भारत में तकरीबन 50,000 रुपये होने की उम्मीद है. वहीं कुछ रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि वीवो नेक्स की कीमत 48,990 रुपये हो सकती है.
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वीवो नेक्स लॉन्च ऑफर्स





एमेजन पर दिए गए टीजर के अनुसार वीवो नेक्स ग्राहकों को 1000 रुपये का एमेजन पे कैशबैक मिलेगा. साथ में फोन के साथ एक्सटेंडेड वॉरंटी की भी सुविधा दी जाएगी. हालांकि ये ऑफर सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए होगा जो फोन को एमेजन प्राइम डे सेल पर प्री ऑर्डर करते हैं. जिन्हें नहीं मालूम उन्हें बता दें कि एमेजन ने 36 घंटे का प्राइम डे सेल का ऐलान किया है जो 16 जुलाई से शुरू होगा और 17 को खत्म होगा. ये ऑफर सिर्फ एमेजन प्राइम मेंबर्स के लिए ही है.


एमेजन और वीवो एचडीएफसी की क्रेडिट और डेबिट कार्ड की खरीददारी पर वन टाइम फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट की भी वारंटी दे रहें हैं. वहीं साथ बायबैक की भी सुविधा मिल रही है डहां 5000 रुपये का एक्सचेंज ऑफर है और 12 महीने की नो कॉस्ट ईएमआई. यूजर्स को रिलायंस जियो की तरफ से भी ऑफर मिलेगा.


स्पेक्स


चीन में वीवो के दो वेरिएंट लॉन्च किए गए पहला नेक्स ए और दूसरा नेक्स एस. नेक्स एस में क्वालकॉम स्नैपड्रैग्न 845 प्रोसेसर का इस्तेमाल किया गया है. वहीं एड्रिनो 630 जीपीयू, 8 जीबी रैम और 128 जीबी की इंटरनेल स्टोरेज की भी सुविधा दी गई है. डिवाइस 6.59 इंच के FHD+ 19:3:9 के सुपर एमोलेड डिस्प्ले के साथ आता है. फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है जो 12 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है तो वहीं 5 मेगापिक्सल का सेकेंडरी कैमरा. फ्रंट कैमरे की अगर बात करें तो 8 मेगापिक्सल का सेंसर दिया गया है. फोन में 4000mAh की बैटरी दी गई जो ओएस 4.0 बेस्ड एंड्रॉयड ओरियो 8.1 ओरियो आउट ऑफ द बॉक्स पर काम करता है.

क्या है @NetNeutrality? सिर्फ 2उदाहरण से आम भाषा में समझिए पूरा फंडा

दूरसंचार आयोग ने इंटरनेट के मामले में भेदभाव नहीं होने को लेकर नेट निरेपक्षता यानी नेट न्यूट्रैलिटी नियमों को मंजूरी दे दी है. ये नियम सेवा प्रदाताओं को इंटरनेट पर किसी सामग्री और सेवा के साथ किसी प्रकार के भेदभाव पर रोक लगाते हैं. हालांकि, रिमोट सर्जरी और स्वचालित कर जैसी कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं को नेट निरपेक्षता नियमों के दायरे से बाहर रखा जाएगा. दूरसंचार सचिव अरूणा सुंदरराजन ने कहा, ‘‘दूरसंचार आयोग ने ट्राई की सिफारिशों के आधार पर नेट निरपेक्षता (NetNeutrality) को मंजूरी दे दी. ऐसी संभावना है कि इसमें कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं को इसके दायरे से बाहर रखा जा सकता है.’’ लेकिन, आसान भाषा में समझें तो क्या है ये नेट न्यूट्रैलिटी?
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क्या मिलेगा इंटरनेट का अधिकार
भारत में नेट न्यूट्रैलिटी पर डिबेट जारी है. सरकार बार-बार भरोसा दे रही है कि देश के हर नागरिक को इंटरनेट का अधिकार है. उसका मकसद डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देना है, ऐसे में वह नेट न्यूट्रैलिटी से कभी भी समझौता नहीं करेगी. दरअसल, इंटरनेट पर न्यूट्रैलिटी को लेकर चर्चा तो कई महीनों से चल रही थी, लेकिन यह सुर्खियों में तब आया जब ट्राई में मोबाइल ऑपरेटरों के दबाव में इंटरनेट कंटेंट पर चार्ज लगाने पर इंटरनेट यूजर्स से फीडबैक मांगा. एक बार फिर से नेट न्यूट्रैलिटी को आम आदमी की भाषा में समझते हैं.

क्या है Net Neutrality
Net Neutrality का मतलब है कि इंटरनेट पर आम आदमी हो या बड़ी कंपनी या फिर सरकार सबको बराबर मौका मिलना चाहिए. इंटरनेट की इसी खूबी के चलते यह अभिव्‍यक्ति की आजादी का मजबूत माध्‍यम बनकर उभरा है. लेकिन, कुछ टेलीकॉम कंपनियां कुछ वेबसाइटों को फ्री या तेज स्‍पीड देकर बाकी वेबसाइटों का रास्‍ता बंद करना चाहती हैं. जबकि, Net Neutrality के हिसाब से इंटरनेट पर हर वेबसाइट को बराबर स्‍पीड और बराबर मौका मिलना चाहिए. ऐसा नहीं कि टेलीकॉम कंपनी से टाई अप करने वाली वेबसाइट तो एकदम खुल जाए और बाकी वेबसाट स्‍लो हो जाएं. टेलीकॉम कंपनियों की यह लॉबिंग कामयाब रही तो इंटरनेट की आजादी खतरे में पड़ सकती है.
नेट न्यूट्रैलिटी को कैसे नुकसान?
इंटरनेट प्रोवाइडर्स पहले भी Skype जैसी वीडियो कॉलिंग सर्विसेज के लिए अलग से चार्ज लेने की बात कर चुके हैं. क्योंकि उन्हें लगता रहा है कि इस तरह के प्रोडक्ट्स उनके वॉयस कॉलिंग बिजनेस को नुकसान पहुंचाते हैं. यही नेट न्यूट्रैलिटी के कंसेप्ट के खिलाफ है जो सभी ट्रैफिक को बराबर तवज्जो देने की बात करता है.
3 आसान उदाहरणों से समझिए @net neutrality
1. इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर को किसी वेबसाइट की स्‍पीड या कंटेंट को नियंत्रित करने का अधिकार देना ठीक वैसे ही है जैसे बिजली सप्‍लाई करने वाली कंपनी आप से कहे कि उसकी बिजली से फ्रीजर नहीं चला सकते. कूलर फ्री में चला सकते हैं लेकिन पंखा बहुत धीमा चलेगा. जो भी उपकरण इस्तेमाल करेंगे बिजली की दरें अलग होंगी. इस तरह बिजली का उपयोग आप कैसे करते हैं यह बिजली कंपनी तय करने लगेंगी. यह बात इंटरनेट पर लागू होने का मतलब है न सिर्फ अभिव्‍यक्ति की आजादी टेलीकॉम कंपनियों के हाथ में जाना बल्कि छोटे उद्यमियों, कंपनियों के रास्‍ते बंद होना. 
2. मान लीजिए आप 10 रुपए की एंट्री फीस देकर किसी पार्क में जाते हैं. लेकिन, अंदर पहुंचने पर पता चलता है कि पार्क में दौड़ने के अलग पैसे हैं, बैठने के अलग पैसे और झूला झलने का अलग चार्ज. इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियों की मर्जी चली तो यह फंडा ऑनलाइन दुनिया में भी लागू हो जाएगा. इससे इंटरनेट का चरित्र और चेहरा हमेशा के लिए बदल सकता है.

वॉट्सऐप में आया नया फीचर, अब पता चल जाएगा कौन फैलाता है फेक न्यूज

वॉट्सऐप ने अपने प्लेटफॉर्म पर फैलाई जा रही फेक खबरों और अफवाहों को रोकने के लिए नया कदम उठाया है. मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने 'फॉरवर्ड मैसेज इंडीकेटर' फीचर की शुरुआत की है. इस फीचर की मदद से कोई भी यूजर यह पता लगा लेगा कि उसके पास आया मैसेज वास्तविक रूप से किसने बनाया है या फिर किसी और के मैसेज को फॉरवर्ड किया है. हाल के दिनों में सोशल मीडिया के जरिए देश में फेक न्यूज और अफवाहें फैलाने के कई मामले सामने आए थे. वॉट्सऐप भड़काऊ मैसेज और अफवाहें फैलाने को लेकर विवादों में घिरा हुआ है.
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कैसे लगेगी फेक न्यूज पर रोक
कंपनी ने अपने नए फीचर को लेकर दुनिया भर में प्रेस रिलीज जारी की है. इसमें कहा गया है कि वॉट्सऐप यूजर को यह पता चल जाएगा कि कौन-कौन से मैसेज उसे फॉरवर्ड किए गए हैं. इससे यूजर को एक-दूसरे के साथ और वॉट्सऐप ग्रुप में बातचीत करने में आसानी होगी. हालांकि, अब भी यह सवाल बना हुआ है कि वॉट्सऐप के इस कदम से फेक न्यूज पर किस हद तक लगाम लगेगी.
अपडेट करना होगा वॉट्सऐप
नए फीचर से यूजर को यह भी पता चलेगा कि उसके दोस्त या रिश्तेदार द्वारा भेजा गया मैसेज उन्होंने लिखकर भेजा है या कहीं और से आया है. इस फीचर के लिए यूजर को अपने स्मार्टफोन में वॉट्सऐप का अपडेटेड वर्जन रखना होगा.



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 पता चलेगा ये फॉरवर्डड मैसेज है या नहीं.


पता लगेगा यह है गलत संदेश
कंपनी का दावा है कि 'वॉट्सऐप आपकी सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है. हम आपको फॉरवर्ड किए गए मैसेज को शेयर करने से पहले एक बार सोचने की सलाह देते हैं. इसे फॉरवर्ड करने से बचने के लिए आप एक टच से स्पैम (गलत संदेश) की रिपोर्ट कर सकते हैं या मैसेज भेजने वाले शख्स को ब्लॉक कर सकते हैं.' गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें झूठी खबरों, अफवाहों को बेवजह बढ़ाया गया.
कंपनी से शिकायत करें
फेसबुक के स्वामित्व वाले वॉट्सऐप ने मंगलवार को अपने विज्ञापन में लोगों को झूठी खबरों से बचने की सलाह दी थी. इस विज्ञापन में वॉट्सऐप ने कहा है, 'हम सब मिलकर फेक न्यूज की समस्या को दूर कर सकते हैं. इसके लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों, सरकार और सामुदायिक संगठनों को मिलकर काम करना होगा. अगर आपको कुछ ऐसा दिखाई देता है जो आपको लगता है कि सच नहीं है तो कृपया उसकी रिपोर्ट करें.' इस बारे में पिछले हफ्ते सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने वॉट्सऐप से ज्यादा जिम्मेदारी सुनिश्चित करने को कहा था. 
सोच समझकर शेयर करें मैसेज
इस विज्ञापन में वॉट्सऐप ने यूजर्स से अनुरोध किया है कि वे फॉरवर्ड किए गए मैसेज से सावधान रहें, परेशान करने वाली जानकारी पर खुद से सवाल उठाएं, जिस जानकारी पर यकीन करना मुश्किल हो उसकी जांच करें, मैसेज में मौजूद फोटो या वीडियो को ध्यान से देखें, लिंक की जांच करें और मैसेज को सोच समझकर ही शेयर करें.

आप भी हो सकते हैं 'सिम स्वैप' फ्रॉड का शिकार ,इससे बचने के लिए ये बातें जान लीजिए, Click to See

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सिम स्वैप इन दिनों सबसे बड़े साइबर-फ्रॉड के तौर पर सामने आया है. दिल्ली, बैंगलोर और कोलकाता में कार्ड स्वैप के की मामले सामने आए हैं. इस नई धोखा-धड़ी का शिकारस्मार्टफोन यूजर्स हो रहे हैं, जिनसे महज मिनटों में पैसे लूट लिए जा रहे हैं. शहरों में रहने वाले कई लोग जो डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं वो इसतरह के फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. यहां तक कि कुछ यूथ भी इस तरह के धोखे में अपने पैसे गवां चुके हैं. सिम स्वाइप फ्रॉड करने के कई तरीके हैं अगर आप भी स्मार्टफोन यूजर है और इस घोखे से बचना चाहते हैं तो ये बातें जान लीजिए.

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सिम स्वैप एक मोबाइल नंबर पर नया सिम निकालने की प्रकिया है. दरअसल फ्रॉड करने वाले आपके नंबर पर एक नया मोबाइल नंबर निकलते हैं. ऐसा होने पर आपका सिमकार्ड काम करना बेद कर देता है और आपका नंबर इनवैलिड हो जाता है. इस तरह धोखाधड़ी करने वाले के पास आपका नंबर आ जाता है और इसकी मदद से आसानी से ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड का बैंक ट्रांजैक्शन या कोई भी ट्रांजैक्शन कर के लोगों का नुकसान किया जा सकता है.

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सिम स्वैप फ्रॉड का सबसे आसान तरीका है एक कॉल से शुरु होता है. आपको एक कॉल आएगा जिसमें वो आपको आपके टेलीकॉम कंपनी ( एयरटेल, वोडाफोन, जियो , आइडिया) का एग्जीक्यूटिव बताएंगे. इस फोन को रुटीन कॉल बताएंगे साथ ही नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए आपसे आपको फोन नंबर मांगेंगे. इतना ही नहीं ये लोग आपको फोन पर बेहतर डेटा ऑफर और नए प्लान देने की बात भी करते हैं जिसके झांसे में कोई भी आसानी से आ सकता है.

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स्कैम कॉलर आपको फोन करके चाहेगा कि वह आपके सिम पर प्रिंट 20 डिजिट वाला नंबर पा सके. हर सिम पर एक 20 डिजिट का नंबर होता है जिसे आप अपनी सिम पर भी पीछे की ओर जांच सकते हैं. स्कैम करने वाले चाहते हैं ति आप ये 20 डिजिट वाला नंबर उनके साथ साझा करें. इसके लिए वो की नए ऑफर की पेशकश करते हैं लेकिन भूल कर भी ऐसा ना करें.

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अगर आप अपना यूनिक 20 डिजिट वाला सिम नंबर स्कैम करने वाले से साझा करते हैं तो वह आपको 1 दबाने की सलाह देगा. ये सिम स्वैप को सहमति देने के लिए होगा. आपके यूनीक नंबर से वह टेलीकॉम कंपनी को सिम स्वैप के आवेदन करेगा. आप 1 बटन दबाएंगे तो इसतरह आप अपने सिम स्वैप के लिए सहमत हो जाएंगे. टेलीकॉम कंपनियों को लगेगा ये रिक्वेस्ट आपकी ओर की गई है. इसतरह आपका नंबर हाईजैक कर लिया जाएगा.

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इसतरह के मामलों में आपका बैंक अकाउंट का आईडी और पासवर्ड स्कैम करने वालों के पास पहले से मौजूद होता है बात सिर्फ ओटीपी पर आ कर अटकती है और सिम स्वैप के जरिए धोखाधड़ी कपने वाले लोग आपका ओटीपी भी पा लेते हैं और आपके अकाउंट से पैसे ले उड़ते हैं.