आप भी हो सकते हैं 'सिम स्वैप' फ्रॉड का शिकार ,इससे बचने के लिए ये बातें जान लीजिए, Click to See
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सिम स्वैप इन दिनों सबसे बड़े साइबर-फ्रॉड के तौर पर सामने आया है. दिल्ली, बैंगलोर और कोलकाता में कार्ड स्वैप के की मामले सामने आए हैं. इस नई धोखा-धड़ी का शिकारस्मार्टफोन यूजर्स हो रहे हैं, जिनसे महज मिनटों में पैसे लूट लिए जा रहे हैं. शहरों में रहने वाले कई लोग जो डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं वो इसतरह के फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं. यहां तक कि कुछ यूथ भी इस तरह के धोखे में अपने पैसे गवां चुके हैं. सिम स्वाइप फ्रॉड करने के कई तरीके हैं अगर आप भी स्मार्टफोन यूजर है और इस घोखे से बचना चाहते हैं तो ये बातें जान लीजिए.
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सिम स्वैप एक मोबाइल नंबर पर नया सिम निकालने की प्रकिया है. दरअसल फ्रॉड करने वाले आपके नंबर पर एक नया मोबाइल नंबर निकलते हैं. ऐसा होने पर आपका सिमकार्ड काम करना बेद कर देता है और आपका नंबर इनवैलिड हो जाता है. इस तरह धोखाधड़ी करने वाले के पास आपका नंबर आ जाता है और इसकी मदद से आसानी से ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड का बैंक ट्रांजैक्शन या कोई भी ट्रांजैक्शन कर के लोगों का नुकसान किया जा सकता है.
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सिम स्वैप फ्रॉड का सबसे आसान तरीका है एक कॉल से शुरु होता है. आपको एक कॉल आएगा जिसमें वो आपको आपके टेलीकॉम कंपनी ( एयरटेल, वोडाफोन, जियो , आइडिया) का एग्जीक्यूटिव बताएंगे. इस फोन को रुटीन कॉल बताएंगे साथ ही नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए आपसे आपको फोन नंबर मांगेंगे. इतना ही नहीं ये लोग आपको फोन पर बेहतर डेटा ऑफर और नए प्लान देने की बात भी करते हैं जिसके झांसे में कोई भी आसानी से आ सकता है.
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स्कैम कॉलर आपको फोन करके चाहेगा कि वह आपके सिम पर प्रिंट 20 डिजिट वाला नंबर पा सके. हर सिम पर एक 20 डिजिट का नंबर होता है जिसे आप अपनी सिम पर भी पीछे की ओर जांच सकते हैं. स्कैम करने वाले चाहते हैं ति आप ये 20 डिजिट वाला नंबर उनके साथ साझा करें. इसके लिए वो की नए ऑफर की पेशकश करते हैं लेकिन भूल कर भी ऐसा ना करें.
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अगर आप अपना यूनिक 20 डिजिट वाला सिम नंबर स्कैम करने वाले से साझा करते हैं तो वह आपको 1 दबाने की सलाह देगा. ये सिम स्वैप को सहमति देने के लिए होगा. आपके यूनीक नंबर से वह टेलीकॉम कंपनी को सिम स्वैप के आवेदन करेगा. आप 1 बटन दबाएंगे तो इसतरह आप अपने सिम स्वैप के लिए सहमत हो जाएंगे. टेलीकॉम कंपनियों को लगेगा ये रिक्वेस्ट आपकी ओर की गई है. इसतरह आपका नंबर हाईजैक कर लिया जाएगा.
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इसतरह के मामलों में आपका बैंक अकाउंट का आईडी और पासवर्ड स्कैम करने वालों के पास पहले से मौजूद होता है बात सिर्फ ओटीपी पर आ कर अटकती है और सिम स्वैप के जरिए धोखाधड़ी कपने वाले लोग आपका ओटीपी भी पा लेते हैं और आपके अकाउंट से पैसे ले उड़ते हैं.